वाराणसी। यातायात माह के तहत गुरुवार को पुलिस लाइन चौराहे पर ऐसा दृश्य देखने को मिला जिसने सड़क सुरक्षा अभियान को एक नई दिशा दे दी। अपर पुलिस आयुक्त शिवहरि मीणा ने हेलमेट वितरण कार्यक्रम के दौरान एक परिवार को सुरक्षा के महत्व का
ऐसा संदेश दिया, जिसकी चर्चा पूरे शहर में हो रही है।कार्यक्रम में जब बिना हेलमेट चल रहे एक परिवार को रोका गया, तो अधिकारी ने न सिर्फ उन्हें हेलमेट उपलब्ध कराए, बल्कि एक अनूठी पहल की। उन्होंने परिवार के छोटे बच्चे को आगे बुलाया और उसी के हाथों से उसके पिता को हेलमेट पहनवाया। यह क्षण इतना भावुक था कि आसपास मौजूद लोग इसे देखते ही रह गए।सबसे मार्मिक पल तब आया जब बच्चे ने अपने पिता को यह शपथ दिलाई—”पापा, आप बिना हेलमेट पहने बाइक लेकर घर से बाहर नहीं जाएंगे।” इस एक वाक्य ने लोगों को परिवार की सुरक्षा से जुड़े नियमों के असल मायने समझा दिए। संदेश साफ था—हेलमेट सिर्फ चालान से बचने का उपाय नहीं, बल्कि घर-परिवार की खुशियों की सुरक्षा है। कार्यक्रम में मौजूद एडीसीपी ट्रैफिक, एसीपी ट्रैफिक व अन्य पुलिस अधिकारियों ने दोपहिया चालकों से अपील की कि हेलमेट को आदत नहीं, आवश्यकता बनाएं।अपर पुलिस आयुक्त शिवहरि मीणा ने कहा कि“सड़क हादसों में होने वाली गंभीर चोटों और मौतों को सिर्फ एक हेलमेट काफी हद तक रोक सकता है। हमारा उद्देश्य डराना नहीं, बल्कि लोगों को जागरूक करना है।” उन्होंने यह भी कहा कि जिस तरह छोटे बच्चे ने अपने पिता को हेलमेट पहनाकर संदेश दिया, वह हर परिवार के लिए प्रेरणा है। यह वीडियो और तस्वीरें सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही हैं और लोग इसे दिल छू लेने वाली सकारात्मक पहल बता रहे हैं। पुलिस के इस अभिनव प्रयास ने यह साबित कर दिया कि सड़क सुरक्षा सिर्फ यातायात नियमों का पालन नहीं, बल्कि परिवार के प्रति संवेदनशीलता और जिम्मेदारी भी है। गुरुवार का यह दृश्य लोगों के मन में लंबे समय तक बसेगा और शायद कई परिवारों की सुरक्षा की वजह भी बनेगा।









