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संपूर्ण समाधान दिवस बना जनसुनवाई का इतिहास, फरियादियों की आवाज पर गूंजा सदर तहसील परिसर जिलाधिकारी सत्येन्द्र कुमार बोले – शिकायतों का त्वरित व गुणवत्तापूर्ण निस्तारण ही असली सुशासन की पहचान

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वाराणसी। जनसमस्याओं के त्वरित समाधान और सुशासन की भावना को मजबूती देने के उद्देश्य से शनिवार को तहसील सदर परिसर में जिलाधिकारी सत्येन्द्र कुमार की अध्यक्षता में सम्पूर्ण समाधान दिवस का भव्य आयोजन किया गया। प्रात: से ही तहसील परिसर में फरियादियों की भीड़ उमड़ पड़ी। लोग अपने-अपने प्रार्थनापत्र लेकर प्रशासनिक अफसरों के सामने पहुंचे और अपनी समस्याएं रखीं। जिलाधिकारी ने धैर्यपूर्वक जनसुनवाई करते हुए हर शिकायत को गंभीरता से सुना तथा संबंधित विभागीय अधिकारियों को तत्काल कार्यवाही के निर्देश दिए।जिलाधिकारी ने अधिकारियों से स्पष्ट कहा कि जनता की शिकायतों का निस्तारण शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता में है, अतः किसी भी स्तर पर लापरवाही या उदासीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि समाधान दिवस का उद्देश्य सिर्फ शिकायत दर्ज करना नहीं, बल्कि प्रत्येक फरियादी को सन्तुष्टि दिलाना है। इस दिशा में सभी विभाग अपने लंबित प्रकरणों की समीक्षा कर समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण निस्तारण सुनिश्चित करें।उल्लेखनीय है कि सम्पूर्ण समाधान दिवस के दौरान कुल 152 प्रार्थनापत्र विभिन्न विभागों से संबंधित प्राप्त हुए। इनमें राजस्व, पुलिस, विकास, विद्युत, पंचायतीराज, स्वास्थ्य, श्रम तथा नगर निगम से संबन्धित शिकायतें प्रमुख रहीं। जिलाधिकारी ने अधिकारियों से कहा कि सभी प्रकरणों की श्रेणीवार सूची तैयार कर एक सप्ताह के भीतर रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए।डीएम ने समाधान दिवस में भूमि विवाद, वरासत, अवैध कब्जा, खेवट-खतौनी सुधार, नाली निकासी, सड़कों की मरम्मत और विद्युत से जुड़ी शिकायतों पर विशेष जोर देते हुए कहा कि इन सभी मामलों में मौके पर जाकर निष्पक्ष रिपोर्ट तैयार की जाए। उन्होंने पुलिस और राजस्व विभाग को समन्वय बनाकर विवादित भूमि मामलों का शीघ्र समाधान सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।समाधान दिवस में डीएम ने कहा कि जनसुनवाई शासन और जनता के बीच विश्वास का सेतु है। इस मंच से जनता को न केवल त्वरित सुनवाई का अवसर मिलता है, बल्कि प्रशासनिक पारदर्शिता और जवाबदेही की भावना भी मजबूत होती है। उन्होंने यह भी कहा कि समाधान दिवस को केवल औपचारिकता का साधन न माना जाए, बल्कि इसे शासन-प्रशासन की संवेदनशीलता और सक्रियता का वास्तविक प्रतीक बनाया जाए।कार्यक्रम के दौरान जिलाधिकारी ने फरियादियों से उनके अनुभव और सुझाव भी सुने। कई प्रकरणों का निस्तारण वहीं मौके पर किया गया, जिससे उपस्थित लोगों ने संतोष व्यक्त किया। फरियादियों ने डीएम के तत्पर रवैये की प्रशंसा करते हुए कहा कि सम्पूर्ण समाधान दिवस वास्तव में जनता के लिए राहत और विश्वास का मंच बन गया है।इस अवसर पर विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी, पुलिस और राजस्व अधिकारी उपस्थित रहे। पूरे कार्यक्रम के दौरान तहसील परिसर प्रशासनिक गतिविधियों से गुलजार रहा और फरियादियों की आवाज समाधानों में तब्दील होती रही।

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