वॉशिंगटन, 10 नवम्बर 2025।अंतरराष्ट्रीय राजनीति के पटल पर आज एक ऐतिहासिक और चौंकाने वाला दिन दर्ज होने जा रहा है। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप आज व्हाइट हाउस में सीरिया के राष्ट्रपति अहमद अल-शरा की मेजबानी करने जा रहे हैं — वही अल-शरा, जिनका नाम कभी अमेरिका की “ग्लोबल टेररिस्ट लिस्ट” में शामिल था। यह मुलाकात इसलिए भी खास मानी जा रही है क्योंकि यह किसी भी सीरियाई राष्ट्रपति का पहला आधिकारिक व्हाइट हाउस दौरा है। सूत्रों के मुताबिक, इस बैठक से पहले अमेरिका ने अहमद अल-शरा और उनकी सरकार से जुड़े कई प्रतिबंध हटाने का निर्णय लिया। अमेरिकी विदेश विभाग ने बीते सप्ताह अल-शरा को “स्पेशली डिज़िगनेटेड ग्लोबल टेररिस्ट (SDGT)” सूची से हटाया, जिससे उनके दौरे का रास्ता साफ हुआ। इस फैसले को अमेरिका-सीरिया संबंधों में नई शुरुआत के रूप में देखा जा रहा है। ट्रंप प्रशासन के करीबी सूत्रों के अनुसार, यह बैठक “मध्य-पूर्व में स्थिरता और आतंक-रोधी सहयोग” को मजबूत करने की दिशा में बड़ा कदम मानी जा रही है। व्हाइट हाउस के अनुसार, दोनों नेता क्षेत्रीय सुरक्षा, ऊर्जा साझेदारी और युद्ध-पीड़ित सीरिया के पुनर्निर्माण पर चर्चा करेंगे। अमेरिकी मीडिया के मुताबिक, अहमद अल-शरा को पहले बशर अल-असद शासन के बाद सीरिया में “सुधारवादी चेहरा” कहा गया था। बताया जाता है कि उन्होंने सत्ता संभालने के बाद आतंकी संगठनों से दूरी बनाने और शांति प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के संकेत दिए थे। इसी बदलाव को देखते हुए वॉशिंगटन ने प्रतिबंध हटाने और संबंध सुधारने का निर्णय लिया। राजनयिकों का कहना है कि यह मुलाकात न केवल अमेरिका-सीरिया संबंधों में नई दिशा तय करेगी, बल्कि मध्य-पूर्व की राजनीति में भी बड़ा बदलाव ला सकती है। ट्रंप ने अपने बयान में कहा, “अहमद अल-शरा एक सशक्त और समझदार नेता हैं, और हमें उम्मीद है कि यह बैठक वैश्विक शांति की दिशा में एक सकारात्मक मोड़ साबित होगी।”हालांकि, विपक्षी दलों और कुछ अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने इस निर्णय पर सवाल उठाए हैं। आलोचकों का कहना है कि सीरिया पर मानवाधिकार उल्लंघन और क्षेत्रीय तनाव के आरोप अभी भी पूरी तरह खत्म नहीं हुए हैं। फिलहाल सारी निगाहें व्हाइट हाउस पर टिकी हैं — जहां आज इतिहास रचा जाएगा, जब कभी “अमेरिका की आतंक सूची” में शामिल शख्स अब ट्रंप के साथ राजनयिक मेहमान के रूप में एक ही मंच पर नजर आएगा।









