वाराणसी, 08 नवंबर 2025। बनारस रेल इंजन कारखाना (बरेका) शनिवार को उत्साह और गर्व से भर उठा जब भारत सरकार के केंद्रीय रेल, सूचना एवं प्रसारण तथा इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने यहाँ पहुंचकर लोको निर्माण की अत्याधुनिक प्रक्रिया का निरीक्षण किया। उनके साथ
रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष श्री सतीश कुमार और बरेका के महाप्रबंधक श्री सोमेश कुमार भी उपस्थित रहे। रेल मंत्री ने लोको फ्रेम शॉप, लोको असेम्बली शॉप और लोको टेस्ट शॉप का गहन निरीक्षण किया। उन्होंने निर्माण प्रक्रिया की तकनीकी जानकारी लेते हुए कर्मचारियों से बातचीत की और लोको निर्माण की बारीकियों पर चर्चा की।निरीक्षण के दौरान उन्होंने महिला कर्मचारियों से भी
मुलाकात कर उनके कार्य की सराहना की और कहा कि “बरेका में महिला शक्ति की भागीदारी न केवल प्रेरणादायक है, बल्कि भारतीय रेल की प्रगति में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।” निरीक्षण के दौरान रेल मंत्री ने कर्मचारियों से लोको निर्माण की गुणवत्ता, दक्षता और नवाचार बढ़ाने के लिए सुझाव आमंत्रित किए।उन्होंने स्पष्ट कहा कि “लोको निर्माण में गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होना चाहिए। बरेका की पहचान उच्च गुणवत्ता, अनुशासन और नवाचार से बनी रहनी चाहिए।” श्री वैष्णव ने बरेका परिसर की स्वच्छता व्यवस्था, पर्यावरण संरक्षण उपायों, सामग्री प्रबंधन प्रणाली और उत्पादन दक्षता की प्रशंसा करते हुए कहा कि बरेका आज भारतीय रेल की तकनीकी आत्मनिर्भरता का प्रतीक बन चुका है। उन्होंने कहा कि यहाँ निरंतर आधुनिक तकनीक और नवाचार का सफल समावेश किया जा रहा है, जिससे यह न केवल देश में बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी भारतीय रेल की प्रतिष्ठा को बढ़ा रहा है।रेल मंत्री ने अधिकारियों और कर्मचारियों के समर्पण और उत्कृष्ट कार्य की सराहना करते हुए उन्हें बधाई दी। उन्होंने कहा कि “बरेका भारतीय रेल की आत्मा है। यहाँ का हर कर्मचारी देश की प्रगति का इंजन चला रहा है। हमें मिलकर इस इंजन को और सशक्त बनाना है ताकि आत्मनिर्भर भारत का सपना साकार हो सके।”बरेका में आज का यह दौरा केवल निरीक्षण भर नहीं था, बल्कि तकनीकी उत्कृष्टता, नवाचार और गुणवत्ता के प्रति प्रतिबद्धता का संदेश भी था।रेल मंत्री के शब्दों में — “बरेका की चमक पूरे भारत की तकनीकी शक्ति का प्रतीक है।”









