वाराणसी। राष्ट्रभक्ति के सुरों से शुक्रवार को पहाड़िया मंडी स्थित 95 बटालियन केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) का परिसर गूंज उठा। अवसर था — राष्ट्रगीत ‘वंदे मातरम्’ के 150 वर्ष पूर्ण होने का। इस अवसर पर बटालियन मुख्यालय में एक भव्य सामूहिक गायन कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें अधिकारियों एवं जवानों ने एक साथ मिलकर पूरे जोश और श्रद्धा के साथ राष्ट्रगीत का गायन किया। कार्यक्रम का नेतृत्व कमांडेंट राजेश्वर बालापुरकर ने किया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि ‘वंदे मातरम्’ मात्र एक गीत नहीं, बल्कि यह भारत की आत्मा, गौरव और राष्ट्र की एकता का प्रतीक है। उन्होंने जवानों को प्रेरित करते हुए कहा कि इस गीत की भावना को अपने कर्म और आचरण में उतारना ही सच्ची देशभक्ति है। कमांडेंट ने बताया कि यह आयोजन ‘वंदे मातरम्’ के रचयिता महान साहित्यकार बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय की स्मृति और उनके अमर राष्ट्रभक्ति गीत के 150 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में किया गया है। उन्होंने कहा कि यह गीत हर भारतीय के हृदय में राष्ट्रीय गर्व की अनुभूति जगाता है और हमारे भीतर देशसेवा का संकल्प मजबूत करता है। इस अवसर पर द्वितीय कमान अधिकारी राजेश कुमार सिंह, आलोक कुमार सहित बटालियन के लगभग 150 अधिकारी और जवान मौजूद रहे। कार्यक्रम स्थल पर वातावरण “वंदे मातरम्” और “भारत माता की जय” के नारों से गुंजायमान हो उठा।कार्यक्रम के अंत में सभी अधिकारियों और कर्मियों ने राष्ट्र की एकता, अखंडता और समृद्धि के लिए अपने कर्तव्यों का निष्ठापूर्वक निर्वहन करने का संकल्प दोहराया। पूरे आयोजन में देशभक्ति का जोश, अनुशासन और समर्पण की भावना स्पष्ट झलक रही थी।









