वाराणसी, 07 नवंबर 2025। भारत के राष्ट्रीय गीत ‘वंदे मातरम्’ के 150 महत्वपूर्ण वर्ष पूरे होने के अवसर पर वाराणसी के प्रसिद्ध नमो घाट पर भव्य एवं हर्षोल्लासपूर्ण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस ऐतिहासिक दिन पर सुबह 10 बजे से शुरू हुए समारोह में लगभग 2000 विद्यार्थियों ने राष्ट्रीय भावना से ओत-प्रोत हार्दिक श्रद्धा सहित ‘वंदे मातरम्’ का सामूहिक गायन किया, जिससे पूरे घाट क्षेत्र में देशभक्ति की गूंज सुनाई दी।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रभारी मंत्री सुरेश खन्ना जी के साथ-साथ जिले के समस्त जनप्रतिनिधि एवं स्थानीय प्रशासन के अधिकारी उपस्थित रहे। उन्होंने कहा कि वंदे मातरम् केवल एक गीत नहीं, बल्कि भारत की स्वतंत्रता संग्राम की आत्मा एवं मातृभूमि की वंदना है। यह गीत हमारी एकता, संस्कृति और सम्मान का प्रतीक है, जो सभी भारतीयों के मन में गर्व की भावना जगाता है।कार्यक्रम में सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ भी शामिल थीं, जिनमें युवा प्रतिभाओं ने देशभक्ति की कविताएँ, नृत्य एवं रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत कर उत्साह की लहर दौड़ा दी। भाजपा ने पूरे प्रदेश में इस ऐतिहासिक अवसर को बड़े उत्साह के साथ मनाने के लिए अनेक कार्यक्रम आयोजित किए हैं। वाराणसी की तर्ज पर देश के 150 प्रमुख स्थानों पर भी सामूहिक वंदे मातरम् गायन का आयोजन किया गया है, जिनमें कारगिल युद्ध स्मारक, अंडमान निकोबार सेलुलर जेल, एवं अन्य महत्वपूर्ण स्थल शामिल हैं।वंदे मातरम् की रचना 7 नवंबर 1875 को बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय ने की थी। 1950 में इसे भारत का राष्ट्रीय गीत घोषित किया गया। 150 वर्षों के इस गौरवशाली सफर में यह गीत हर भारतीय की आत्मा में मातृभूमि प्रेम और देशभक्ति के भावों को जागृत करता रहा है।कार्यक्रम के दौरान उपस्थित लोगों ने वंदे मातरम् के महत्व को याद किया और इसे संजोने हेतु स्वदेशी उत्पादों के उपयोग एवं राष्ट्रसेवा का संकल्प लिया। यह आयोजन न केवल एक गीत के सम्मान में, बल्कि देश की एकता, विकास और संस्कृति को मजबूत करने की दिशा में एक प्रेरक कदम माना जा रहा है।इस भव्य आयोजन के माध्यम से वाराणसी ने पुनः यह संदेश दिया कि वंदे मातरम् की गूंज हर भारतीय के दिल में अमर सजीव है, जो हमारे राष्ट्र को एकजुट करते हुए वैश्विक मंच पर गौरवान्वित करता है।









