चुनार। गोवर्धन पूजा के पावन अवसर पर बुधवार को बहरामगंज मुहल्ले स्थित प्राचीन बामन भगवान मंदिर परिसर में पारंपरिक कुश्ती दंगल का शानदार आयोजन किया गया। वर्षों से चली आ रही इस परंपरा में इस बार भी आसपास के जिलों से पहलवानों की बड़ी संख्या में भागीदारी रही। दंगल के लिए मंदिर परिसर में सुबह से ही भारी भीड़ जुटने लगी थी।प्रतियोगिता में चुनार क्षेत्र के अलावा वाराणसी, चंदौली, संत रविदास नगर, जौनपुर, सोनभद्र और मीरजापुर के नामचीन पहलवानों ने अखाड़े में उतरकर अपनी दांव-पेंच की कला से दर्शकों को रोमांचित कर दिया। मुख्य मुकाबला ₹51,000 रुपये की कुश्ती का रहा, जिसमें जबरदस्त जद्दोजहद के बाद उमेश पहलवान ने जीत दर्ज कर खिताब अपने नाम किया।दंगल में निर्णायक की जिम्मेदारी टीपू यादव और सुदर्शन ने बखूबी निभाई। पूरे आयोजन में अनुशासन और जोश का संगम देखने को मिला। कार्यक्रम में उपस्थित दर्शकों ने पहलवानों का उत्साहवर्धन करते हुए जयकारे लगाए और परंपरागत अखाड़े की इस अनूठी परंपरा की सराहना की। दंगल प्रतियोगिता के समापन के बाद विरहा कार्यक्रम का आयोजन हुआ, जिसमें प्रसिद्ध गायक बबलू बावरा और रामधनी यादव के बीच जोरदार गायकी का मुकाबला हुआ। विरहा के तरानों ने देर रात तक माहौल को जीवंत बनाए रखा। इस अवसर पर राजकुमार गुप्ता उर्फ राजू गुप्ता, लल्लू राम बिंद, रामविलास बिंद, धर्मू यादव, श्यामधर यादव, राममूरत यादव, तेजू यादव, अशोक पाल, विक्की जायसवाल, राधेश्याम गुप्ता उर्फ नखडू, हीरा लाल बिंद, रामप्रसाद उर्फ बिल्लू बिंद, मनोज साहनी, शिवम जायसवाल और लल्लू यादव समेत बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे। ग्रामीणों का कहना था कि यह दंगल सिर्फ खेल नहीं, बल्कि परंपरा, भाईचारे और सामाजिक एकता का प्रतीक बन चुका है। आयोजकों ने भी अगले वर्ष और भव्य आयोजन का संकल्प लिया।









