वाराणसी। ग्रामीण अर्थव्यवस्था और कारीगरों के सशक्तिकरण की दिशा में एक अहम कदम उठाते हुए जनहित नायक खादी समिति द्वारा ग्राम नैपुरा कला, सुसुवाही में नव निर्मित खादी भवन का भव्य उद्घाटन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि पूर्व विधायक सुरेन्द्र नारायण सिंह एवं विशिष्ट अतिथि सहायक निदेशक, खादी कमीशन के. पी. मिश्रा ने गांधी जी के चित्र पर माल्यार्पण, दीप प्रज्ज्वलन एवं

चरखा चलाकर किया। इसके पश्चात मुख्य अतिथियों ने फीता काटकर भवन का लोकार्पण किया और नवनिर्मित खादी भवन का अवलोकन किया। श्री सुरेन्द्र नारायण सिंह ने कहा, “खादी केवल वस्त्र नहीं बल्कि यह भारत की अस्मिता, स्वावलंबन और आत्मगौरव का प्रतीक है। जब गांव मजबूत होंगे तभी देश आत्मनिर्भर बनेगा।” विशिष्ट अतिथि के. पी. मिश्रा ने खादी के बढ़ते महत्व पर कहा कि आज खादी सिर्फ परंपरा नहीं,

बल्कि आधुनिक भारत में स्वदेशी और आत्मनिर्भरता की पहचान बन चुकी है।समिति के मंत्री श्याम नारायण नायक ने बताया कि इस भवन की स्थापना का उद्देश्य स्थानीय कारीगरों को रोजगार उपलब्ध कराना और खादी उत्पादों को अधिक से अधिक प्रोत्साहन देना है। उन्होंने कहा कि यह भवन ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करेगा और परंपरागत शिल्प को संरक्षित रखने में अहम भूमिका निभाएगा। इस अवसर पर अतिथियों का स्वागत चरखा, बुके और अंगवस्त्रम् भेंट कर किया गया। कार्यक्रम का संचालन गरिमामय माहौल में हुआ और अंत में धन्यवाद ज्ञापन संतोष नायक ने किया।इस मौके पर कौशल कुमार शर्मा, नर्मदेश्वर नामक, संतोष कुमार, देवी प्रसाद मिश्रा, गोल्डी नायक, बिंदू नायक, जयश्री, राजा निषाद, चन्द्रभान सिंह व काजल नायक सहित बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक, कारीगर एवं ग्रामीणजन मौजूद रहे। कार्यक्रम में खादी भवन को लेकर लोगों में विशेष उत्साह देखने को मिला।











