वाराणसी। जनपद में वित्तीय धोखाधड़ी और साइबर ठगी पर सख्त अंकुश लगाने के लिए चलाए जा रहे अभियान के तहत वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट की लंका पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। ऑपरेशन ‘चक्रव्यूह’ के तहत पुलिस ने एक संगठित ठग गिरोह के सरगना को गिरफ्तार कर 85 लाख रुपये की धोखाधड़ी का सनसनीखेज मामला उजागर किया है। गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में पुलिस की टीमें सक्रिय हैं। पुलिस उपायुक्त काशी जोन गौरव बंशवाल, अपर पुलिस उपायुक्त अपराध सरवणन टी.के. और सहायक आयुक्त भेलूपुर गौरव कुमार के निर्देशन में प्रभारी निरीक्षक राजकुमार शर्मा की टीम ने मुखबिर की सटीक सूचना पर कार्रवाई करते हुए शनिवार को हरियाणा के जनपद सोनीपत में 36 फर्स्ट फ्लोर, टीडीआई इम्पैरर, नियर टीडीआई मॉल, थाना कुंडली से गिरोह के सरगना को दबोच लिया। गिरफ्तार अभियुक्त की पहचान शरद भार्गव पुत्र स्व. ध्रुव भार्गव निवासी फ्लैट नंबर 903, विनायका रेजिडेंसी, लंका, वाराणसी के रूप में हुई है। डीसीपी काशी गौरव बंशवाल ने बताया कि 17 अक्टूबर 2025 को डाक पेशी पैड के माध्यम से एक तहरीर प्राप्त हुई थी। आवेदक ने शिकायत में बताया कि शरद भार्गव और उसके साथियों ने संगठित गिरोह बनाकर व्यापार में भारी मुनाफे का झांसा देकर 1 करोड़ 30 लाख रुपये लिए। मूल धन मांगने पर सिर्फ 45 लाख रुपये लौटाए गए, जबकि शेष 85 लाख रुपये हड़प लिए गए। घटना की गंभीरता को देखते हुए डीसीपी ने तत्काल विशेष पुलिस टीम गठित की। टीम ने मुखबिर की सूचना पर हरियाणा में छापेमारी कर शरद भार्गव को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस का कहना है कि गिरोह के अन्य सदस्य भी जल्द गिरफ्त में होंगे।गिरफ्तार अभियुक्त के खिलाफ पहले से लंका में दो, चौक में एक और कोतवाली में एक मामला दर्ज है। लंका पुलिस ने उसके खिलाफ भा.दं.वि. की धारा 316(5), 318(4), 111(2)(आ) बीएनएस के तहत मुकदमा पंजीकृत कर विधिक कार्रवाई करते हुए जेल भेज दिया गिरफ्तारी अभियान में प्रभारी निरीक्षक राजकुमार शर्मा, उप निरीक्षक स्वप्निल सिंह, उप निरीक्षक अतहर अली, कां. सूरज सिंह, कां. अमित शुक्ला, कां. पवन कुमार यादव, कां. अश्विनी सिंह (सर्विलांस सेल) तथा महिला कां. रूपम पांडेय की सक्रिय भूमिका रही। पुलिस टीम के इस अभियान की उच्चाधिकारियों ने सराहना की है। डीसीपी काशी गौरव बंशवाल ने प्रेस वार्ता के दौरान कहा, “वित्तीय अपराधों पर सख्त कार्रवाई हमारी प्राथमिकता है। किसी भी व्यक्ति को ठगी, धोखाधड़ी या साइबर अपराध करने की छूट नहीं दी जाएगी। ऐसे गिरोहों को चिन्हित कर त्वरित कार्रवाई की जा रही है।”









