कोलकाता। पश्चिम बंगाल की राजनीति में एक बार फिर उद्योग और निवेश का मुद्दा गरमाने लगा है। राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने रविवार को बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि “अगर बंगाल में भाजपा की सरकार बनती है, तो टाटा को वापस लाया जाएगा और सिंगूर में फिर से उद्योग की नींव रखी जाएगी।” सुवेंदु अधिकारी ने कहा कि टाटा मोटर्स को सिंगूर से भगाना ममता बनर्जी सरकार की सबसे बड़ी भूल थी, जिसके कारण बंगाल औद्योगिक पिछड़ेपन का शिकार हो गया। उन्होंने कहा, “ममता बनर्जी ने किसानों के नाम पर उद्योग विरोधी राजनीति की, जिसका खामियाजा आज पूरा राज्य भुगत रहा है। जब भाजपा की सरकार बनेगी, हम उद्योगों के लिए खुला माहौल देंगे और टाटा जैसी कंपनियों को फिर से आमंत्रित करेंगे।” उन्होंने दावा किया कि भाजपा के नेतृत्व में पश्चिम बंगाल को ‘ईज ऑफ डूइंग बिजनेस’ में शीर्ष राज्यों की श्रेणी में लाया जाएगा और युवाओं को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे।गौरतलब है कि वर्ष 2008 में टाटा मोटर्स ने सिंगूर में नैनो कार परियोजना को राजनीतिक विवादों के कारण बंगाल से हटाकर गुजरात के साणंद में स्थानांतरित कर दिया था, जिसके बाद से राज्य में निवेश का माहौल लगातार कमजोर होता चला गया। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि आगामी विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा बंगाल में “औद्योगिक पुनर्जागरण” को अपना प्रमुख चुनावी मुद्दा बनाने की तैयारी में है।









