वाराणसी। भगवान बुद्ध की तपोभूमि सारनाथ अब आधुनिक पर्यटन सुविधाओं से सुसज्जित होने जा रहा है। यहां विश्व प्रसिद्ध ताज समूह (IHCL) का अत्याधुनिक गेटवे फाइव स्टार होटल बनाया जाएगा। इस महत्वाकांक्षी परियोजना को वाराणसी विकास प्राधिकरण (VDA) ने रिकॉर्ड तीन दिन में मंजूरी दे दी है। प्राधिकरण के अनुसार यह परियोजना मेसर्स राज कॉम्प्लेक्स द्वारा आईएचसीएल (ताज गेटवे ग्रुप) के सहयोग से विकसित की जाएगी। होटल का निर्माण आराजी संख्या 880/2, 883, 882/2, मौजा-अकथा, वार्ड-सारनाथ, परगना-शिवपुर, वाराणसी की भूमि पर प्रस्तावित है। 9471.07 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में बनने वाले इस होटल की ऊंचाई 44.75 मीटर और बिल्ट-अप एरिया 22,645 वर्ग मीटर होगा। योजना के अनुसार होटल में डबल बेसमेंट, ग्राउंड फ्लोर और दस मंजिलें होंगी। लोअर बेसमेंट में एसटीपी, फायर टैंक, वाटर बॉटलिंग प्लांट, रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम और स्टोर की व्यवस्था होगी, जबकि अपर बेसमेंट में डबल स्टैक पार्किंग बनाई जाएगी। भूतल पर रिसेप्शन, बैंक्वेट हॉल, पार्किंग और ऑल-डे डाइनिंग रेस्टोरेंट, प्रथम तल पर कॉन्फ्रेंस हॉल और मीटिंग रूम,दूसरे तल पर स्विमिंग पूल, बार, लाउंज, जिम, योगा स्टूडियो, स्पा और किड्स एरिया का निर्माण किया जाएगा। तीसरे से दसवें तल तक प्रत्येक तल पर 24 प्रीमियम गेस्ट रूम रहेंगे, जिससे होटल में कुल 192 कमरे होंगे।होटल परिसर में 190 वाहनों की पार्किंग क्षमता होगी। साथ ही, इसमें सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (STP), फायर सेफ्टी सिस्टम, प्रदूषण नियंत्रण स्वीकृति और सौर ऊर्जा हेतु फोटोवोल्टाइक सेल जैसी पर्यावरण अनुकूल सुविधाएँ भी शामिल की जा रही हैं। वीडीए के अधिकारियों ने बताया कि परियोजना की ऊंचाई और संरचना सभी तकनीकी मानकों व उपविधियों के अनुरूप है। नगर निगम, विद्युत विभाग, फायर विभाग और प्रदूषण नियंत्रण विभाग से सभी आवश्यक स्वीकृतियाँ पहले ही प्राप्त हो चुकी हैं। राज्य सरकार की उत्तर प्रदेश पर्यटन नीति के तहत यह परियोजना स्वीकृत है, जिसके अंतर्गत विकास शुल्क में 100 प्रतिशत छूट प्रदान की गई है। इस फाइव स्टार होटल के निर्माण से सारनाथ क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय स्तर की पर्यटन सुविधाओं का विकास होगा। इससे देशी-विदेशी पर्यटकों की आमद बढ़ेगी, स्थानीय स्तर पर रोजगार के नए अवसर मिलेंगे और वाराणसी के पर्यटन परिदृश्य में नई पहचान जुड़ेगी।









