प्रयागराज। संगम नगरी प्रयागराज में एक बार फिर कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। शहर के प्रतिष्ठित सिविल लाइंस क्षेत्र में बुधवार देर रात अज्ञात हमलावरों ने वरिष्ठ पत्रकार एल.एन. सिंह की चाकुओं से गोदकर बेरहमी से हत्या कर दी। वारदात की वीभत्सता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि अपराधियों ने उन पर 20 से 25 बार चाकू से वार किए, जिससे घटनास्थल पर ही उनकी मौत हो गई। जानकारी के अनुसार, मृतक पत्रकार एल.एन. सिंह लंबे समय से एक समाचार चैनल से जुड़े हुए थे और स्थानीय सामाजिक व राजनीतिक मुद्दों पर सक्रियता से रिपोर्टिंग करते थे। बुधवार रात वे किसी कार्य से बाहर निकले थे, तभी सिविल लाइंस क्षेत्र में उन पर हमला कर दिया गया। घटना के बाद पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। सूचना पाकर पुलिस के आलाधिकारी मौके पर पहुंचे और जांच शुरू की।फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल से साक्ष्य एकत्र किए हैं, जबकि आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही आरोपितों की पहचान कर गिरफ्तारी की जाएगी।पत्रकार की इस नृशंस हत्या ने न केवल मीडिया जगत को झकझोर दिया है, बल्कि प्रशासन पर भी सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं। इससे पहले शहर में दलित युवक रवींद्र कुमार की हत्या का मामला सामने आया था, और अब पत्रकार की हत्या से नागरिकों में भय और असंतोष का माहौल है। घटना की सूचना मिलते ही पत्रकार संगठनों में गहरा रोष फैल गया। संगठन के पदाधिकारियों ने मृतक के परिजनों से मिलकर न्याय की मांग की और कहा कि अगर दोषियों की जल्द गिरफ्तारी नहीं हुई तो आंदोलन किया जाएगा। स्थानीय नागरिकों ने भी पुलिस प्रशासन से कड़ी कार्रवाई और सख्त सुरक्षा व्यवस्था की मांग की है। वहीं, जिला प्रशासन ने मामले की जांच के लिए विशेष टीम गठित कर दी है। प्रयागराज में लगातार हो रही हत्याओं ने कानून व्यवस्था की पोल खोल दी है। दलित युवक के बाद अब पत्रकार की हत्या ने जनता के बीच असुरक्षा की भावना को गहरा कर दिया है।









