वाराणसी। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) सारनाथ में शुक्रवार को निपुण भारत मिशन के अंतर्गत एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला की अध्यक्षता डायट प्राचार्य उमेश कुमार शुक्ला ने की। इस मौके पर वाराणसी और चंदौली जनपदों से आए डायट प्राचार्य, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अनुराग श्रीवास्तव, सभी खण्ड शिक्षा अधिकारी, एसआरजी, एआरपी तथा डीसी ट्रेनिंग से जुड़े कुल 125 प्रतिभागियों ने भाग लिया।कार्यशाला का उद्देश्य मिशन प्रेरणा अंतर्गत संचालित कार्यक्रमों की प्रगति की समीक्षा कर 2025-26 की नई अकादमिक रणनीति तय करना रहा। इसमें बाल वाटिका के प्रभावी संचालन, एनबीएससी पोर्टल के अनुकरण, शिक्षण संकुल की गुणवत्ता सुधार तथा सपोर्टिंग सुपरविजन जैसे मुद्दों पर विस्तृत चर्चा की गई।कार्यक्रम के दौरान प्रतिभागियों से संवाद स्थापित कर उनकी समस्याओं और सुझावों को भी संकलित किया गया। राज्य परियोजना कार्यालय उत्तर प्रदेश लखनऊ से सुश्री निशिता की विशेष उपस्थिति रही, जिन्होंने मिशन के उद्देश्यों को और अधिक सशक्त ढंग से लागू करने पर बल दिया।प्राचार्य उमेश कुमार शुक्ला ने कहा कि निपुण भारत मिशन का लक्ष्य प्राथमिक शिक्षा को अधिक प्रभावी, समावेशी और परिणामोन्मुख बनाना है। कार्यशाला के निष्कर्षों के आधार पर आने वाले शैक्षिक सत्र के लिए ठोस कार्ययोजना तैयार की जाएगी।









