वाराणसी। एनएसजी एवं पुलिस आयुक्त कमिश्नरेट वाराणसी के नेतृत्व में वाराणसी पुलिस ने शुक्रवार को रविदास घाट पर क्रूज़ लाइनर पर संभावित हाईजैक की स्थिति को ध्यान में रखते हुए संयुक्त मॉक ड्रिल का
प्रभावी प्रदर्शन किया। यह अभ्यास आतंकवादी खतरे के समय त्वरित व समन्वित कार्रवाई की क्षमता परखने और सुरक्षा तंत्र को और अधिक सुदृढ़ बनाने के उद्देश्य से आयोजित किया गया। ड्रिल के दौरान क्रूज़ लाइनर पर हाईजैक और विस्फोट की काल्पनिक स्थिति तैयार की गई। इसके बाद एनएसजी कमांडो ने तेज़ प्रतिक्रिया
देते हुए जलमार्ग से पहुँचकर क्रूज़ को चारों ओर से घेरने, आतंकियों को निष्प्रभावी करने, यात्रियों की सुरक्षित निकासी, घायलों के बचाव और प्राथमिक उपचार जैसी कार्रवाइयों का प्रदर्शन किया। अभ्यास को वास्तविक परिस्थितियों के अनुरूप बनाने के लिए धुआँ, अलार्म और कम विज़िबिलिटी का भी उपयोग किया गया, जिससे सुरक्षा बलों की क्षमता का व्यापक परीक्षण हो सके।इस संयुक्त अभ्यास में NSG, कमिश्नरेट वाराणसी पुलिस, जल पुलिस, PAC, अग्निशमन विभाग, आपदा
प्रबंधन टीम सहित विभिन्न स्थानीय सुरक्षा इकाइयों ने भाग लिया। सभी एजेंसियों के बीच समन्वय, संचार, संसाधनों के उपयोग तथा कमांड–कंट्रोल प्रणाली की विस्तृत समीक्षा की गई। नदी क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था और आपात प्रतिक्रिया तंत्र की प्रभावशीलता का भी व्यावहारिक परीक्षण किया गया।पुलिस आयुक्त ने कहा कि “यह संयुक्त मॉक ड्रिल सभी सुरक्षा एजेंसियों के लिए वास्तविक परिस्थितियों में अपनी तैयारी जांचने का महत्वपूर्ण अवसर रहा। इस अभ्यास ने वाराणसी पुलिस की त्वरित प्रतिक्रिया क्षमता, पेशेवर दक्षता और बहु-एजेंसी समन्वय को और अधिक मजबूत किया है।”अभ्यास के दौरान नागरिकों को बार–बार यह सूचना दी गई कि यह एक मॉक ड्रिल है, जिससे किसी प्रकार की घबराहट न हो। साथ ही लोगों से अपील की गई कि सुरक्षा एजेंसियों के साथ सहयोग बनाए रखें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तत्काल पुलिस को दें।









