वाराणसी, 11 नवंबर। मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (Special Intensive Revision–SIR) के अंतर्गत मंगलवार को सर्किट हाउस में एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में भारतीय जनता पार्टी महानगर अध्यक्ष प्रदीप अग्रहरि के नेतृत्व में विधानसभावार लगाए गए पार्टी पदाधिकारियों ने भाग लिया। कार्यक्रम में जिला निर्वाचन आयोग की ओर से ईआरओ (एसडीएम पिंडरा) प्रतिभा मिश्रा ने विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि उत्तर प्रदेश में मतदाता सूचियों का विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान 4 नवंबर 2025 से प्रारंभ हो चुका है, जो आगामी 4 दिसंबर तक चलेगा। इस अवधि में बूथ स्तरीय अधिकारी (बीएलओ) घर-घर जाकर मतदाताओं से प्रत्येक परिवार के सदस्यों के लिए दो प्रतियों में फार्म वितरित करेंगे। एक प्रति मतदाता को भरकर बीएलओ को लौटानी होगी, जबकि दूसरी प्रति अपने पास रखनी होगी। मिश्रा ने बताया कि इस पुनरीक्षण का उद्देश्य मतदाता सूची को पूर्णतः अद्यतन और त्रुटिहीन बनाना है। जिन लोगों का निधन हो चुका है, जो देश छोड़ चुके हैं या अब भारतीय नागरिक नहीं रहे, उनके नाम हटाए जाएंगे, वहीं पात्र नागरिकों को सूची में अवश्य शामिल किया जाएगा। बीएलओ प्रत्येक घर से तीन बार संपर्क करेंगे ताकि कोई भी पात्र नागरिक वंचित न रह जाए। उन्होंने बताया कि जिन मतदाताओं के नाम 2003 की मतदाता सूची में हैं, उन्हें किसी प्रमाणपत्र की आवश्यकता नहीं होगी। जबकि नए नाम जोड़ने के लिए चुनाव आयोग द्वारा निर्धारित 13 प्रमाणपत्रों में से किसी एक की आवश्यकता होगी। मतदाता 2003 की सूची में अपना नाम https://www.eci.gov.in/ वेबसाइट पर देख सकते हैं।बीएलओ एप के माध्यम से ऑनलाइन फॉर्म भरवाने की सुविधा भी उपलब्ध है। जिनके नाम छूट गए हैं, वे 4 दिसंबर के बाद दावा दाखिल कर सकते हैं — पहला दावा जिलाधिकारी के समक्ष और दूसरा ईआरओ (एसडीएम/तहसीलदार/नायब तहसीलदार) के समक्ष किया जा सकता है। जांच उपरांत उनका नाम सूची में सम्मिलित कर दिया जाएगा। महानगर अध्यक्ष प्रदीप अग्रहरि ने पार्टी के कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे अपने क्षेत्रों में बीएलओ के साथ समन्वय बनाकर घर-घर संपर्क करें और सुनिश्चित करें कि कोई भी पात्र मतदाता सूची से वंचित न रह जाए। कार्यशाला में जगदीश त्रिपाठी, नवीन कपूर, अशोक पटेल, राहुल सिंह, चंद्रशेखर उपाध्याय, आत्मा विश्वेश्वर, अशोक जाटव, अशोक यादव, गीता शास्त्री, साधना वेदांती, अजय गुप्ता, अजीत सिंह, रतन मौर्या, अवधेश राय, प्रमील पांडेय, अशोक कुमार पांडेय सहित अनेक पदाधिकारी उपस्थित रहे।









