वाराणसी। भाजपा के पूर्व मेयर एवं राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग के पूर्व सदस्य कौशलेंद्र सिंह पटेल के पिता, पूज्य राजबली सिंह का मंगलवार देर रात 78 वर्ष की आयु में निधन हो गया। वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे। उनके निधन की खबर ने राजनीतिक व सामाजिक जगत में शोक की लहर दौड़ा दी है।राजबली सिंह का जन्म मिर्जापुर जिले के मगरहा ग्राम में एक किसान परिवार में हुआ था। अपने संघर्षपूर्ण जीवन में वे समाजसेवी के रूप में सामाजिक कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए क्षेत्र के विकास में योगदान देते रहे। साथ ही वे व्यवसायी भी थे और अपने उद्यम के माध्यम से क्षेत्र के आर्थिक विकास में भागीदारी निभाई।उनकी अंतिम यात्रा बुधवार सुबह 8:00 बजे उनके निवास स्थान, ओम नगर कॉलोनी, चितईपुर से शुरू होकर चुनार घाट, मिर्जापुर के लिए रवाना हुई। इस अवसर पर वाराणसी के मेयर अशोक कुमार तिवारी, पूर्व मेयर रामगोपाल मोहले, मृदुल जायसवाल, जिला अध्यक्ष एवं एमएलसी हंसराज विश्वकर्मा सहित मयंक मेडिकल स्टोर के अधिष्ठाता पंकज श्रीवास्तव सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उनके आवास पर पहुंचकर शोक संवेदना व्यक्त की।राजबली सिंह की सामाजिक सक्रियता और लोकसेवा के क्षेत्र में उनके योगदान को उनके परिवारजनों व स्थानीय नेतागणों ने गहराई से याद किया। उनकी नि:शब्द सादगी और सरल जीवनशैली उनके परिचितों के लिए प्रेरणा स्रोत थी।उनका निधन न केवल परिवार के लिए अपूरणीय क्षति है, बल्कि वाराणसी क्षेत्र के लिए भी एक बड़ी सामाजिक और राजनीतिक क्षति मानी जा रही है। उनके समर्थकों ने उनके कार्यों को याद करते हुए कहा कि उनकी जिंदादिली और संघर्षशील व्यक्तित्व युवाओं के लिए मार्गदर्शक रहेगा।उन्होंने अपने पीछे एक परिवार, अनेक मित्र और समर्थक छोड़ दिए हैं जो उनकी यादों को हमेशा संजोए रखेंगे। राजबली सिंह के अंतिम संस्कार में हजारों लोगों ने भाग लिया और श्रद्धांजलि अर्पित की।इस प्रकार, भाजपा के पूर्व मेयर कौशलेंद्र सिंह पटेल के पिता राजबली सिंह का निधन वाराणसी में एक शोकप्रिय एवं महत्वपूर्ण घटना के रूप में दर्ज किया गया है, जो लंबे समय तक याद किया जाएगा।









