नई दिल्ली। निर्वाचन आयोग अगले हफ्ते मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) का पहला चरण देशभर में शुरू करने जा रहा है। इस बार आयोग ने चुनावी राज्यों को प्राथमिकता दी है और लगभग 10 से 15 राज्यों में इसे लागू किया जाएगा।सूत्रों के अनुसार, 2026 में होने वाले चुनावों के मद्देनजर असम, तमिलनाडु, पुडुचेरी, केरल और पश्चिम बंगाल में यह अभियान सबसे पहले लागू होगा। आयोग का उद्देश्य मतदाता सूची को और अधिक सटीक, अद्यतन और विश्वसनीय बनाना है, ताकि सभी योग्य मतदाता सूची में सही तरीके से शामिल हो सकें।इस अभियान के तहत मतदाताओं को अपने व्यक्तिगत विवरण जैसे नाम, जन्म तिथि, पता और अन्य जानकारी की जांच और सुधार करने का अवसर मिलेगा। निर्वाचन आयोग ने नागरिकों से अपील की है कि वे समय रहते अपने मतदाता विवरणों को सत्यापित करें और आवश्यक सुधार कराएं।निर्वाचन आयोग के अधिकारियों का कहना है कि SIR अभियान लोकतंत्र को मजबूत करने और मतदाता अधिकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अहम कदम है। इस प्रक्रिया के दौरान राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों में व्यापक जागरूकता अभियान भी चलाया जाएगा, ताकि हर मतदाता इस अवसर का लाभ उठा सके।विशेष गहन पुनरीक्षण के दौरान मतदाता सूची में किसी भी प्रकार की विसंगति या त्रुटि को दूर करने का प्रयास किया जाएगा, ताकि आगामी चुनाव में कोई भी योग्य मतदाता अपने अधिकार से वंचित न रहे। इस अभियान की सफलता से न केवल मतदाता सूची में सटीकता आएगी, बल्कि आगामी चुनावों में पारदर्शिता और विश्वसनीयता भी सुनिश्चित होगी।









