वाराणसी । बनारस की थीम कण-कण में काशी, रस-रस में बनारस की थीम पर काशी में गंगा महोत्सव का शुभारम्भ राजघाट पर शनिवार को किया गया।इस महोत्सव का उद्घाटन उत्तर प्रदेश सरकार के न्यायालय शुल्क एवं स्टाम्प पंजीयन राज्य मंत्री रविंद्र जायसवाल ने दीप प्रज्वलित कर कराया। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम मौर्य, जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार, नगर आयुक्त हिमांशु नागपाल, संयुक्त निदेशक पर्यटन दिनेश सिंह भी मौजूद रहे। शुभारम्भ के अवसर पर राज्यमंत्री रविंद्र जायसवाल ने कहा कि काशी की ऐसी महिमा है कि यहां पर साल के 365 दिन उत्सव मनाये जाते हैं। उत्तरवाहिनी जान्हवी (गंगा) के तट पर आयोजित हो रहा गंगा महोत्सव में आज देश विदेश मे अपनी पहचान बना चुका है। उन्होंने कहा कि गंगा महोत्सव के पश्चात मनाया जाने वाले देव दिवाली आज पूरी दुनिया में ख्याति प्राप्त कर चुकी है।काशी महोत्सव में होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से स्थानीय एवं उभरते हुए कलाकारों को अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करने का एक बड़ा मंच मिलता है। पंडित माता प्रसाद मिश्रा एवं पंडित रविशंकर मिश्रा के युगल कथक नृत्य से हुई। महोत्सव में संगीत की सभी विधाओं की प्रस्तुति होगी। जिसमें राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कलाकारों के साथ-साथ स्थानीय कलाकारों को भी प्रमुखता दी गई है। काशी गंगा महोत्सव के मंच पर 43 नामचीन कलाकार अपनी प्रस्तुति देंगे।इसमें हंसराज रघुवंशी और पद्मश्री मालिनी अवस्थी के गायन की प्रस्तुति भी होगी। इस महोत्सव में पहले दिन कविता मोहन्ती के ओडिसी नृत्य, विदुषी श्वेता दूबे के गायन, देविका देवेंद्र एस मंगलामुखी के कत्थक नृत्य,डा. दिवाकर कश्यप के उपशास्त्रीय गायन, रवि शर्मा के ब्रजलोक के समूह नृत्य, पंडित नवल किशोर मल्लिक के शास्त्रीय गायन व दीपक सिंह के बिरहा से कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया।इस महोत्सव में काशी सांसद सांस्कृतिक प्रतियोगिता के विजेता कलाकारों को भी काशी गंगा महोत्सव में मंच प्रदान किया गया है। जिसमें प्रियंका, बागीश पांडे, सुषमा यादव, राधिका, दुर्गेश यादव, दीपक कुमार विश्वकर्मा, चांदनी शर्मा, रियांशी केसरी, कल्पना देवी, आयुषी, विशाल देव मिश्रा, नंदिनी ठाकुर, पूजा राय, आर्यमन मिश्रा,लवण्या गुप्ता आदि कलाकार भी अपने कार्यक्रमों की प्रस्तुति देंगे।









