वाराणसी। छठ पर्व का पावन पर्व सोमवार को बिंदु सरोवर स्थित कर्दमेश्वर महादेव मंदिर परिसर में हर्षोल्लास और भक्ति भाव के बीच मनाया गया। अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य अर्पित करने के लिए हजारों की संख्या में श्रद्धालु सुबह से ही पहुंच गए। वैदिक मंत्रोच्चार, छठी मइया के भजन और सूर्य देव की स्तुति गीतों ने पूरे क्षेत्र को
आध्यात्मिक ऊर्जा से भर दिया। इस अवसर पर क्षेत्रीय पार्षद गोपाल जी पटेल, जितेंद्र केसरी, सुभाष चौरसिया (पूर्व प्रधान), समाजवादी पार्टी के रोहित शर्मा और सचिन प्रजापति, डॉ. काशीनाथ, डॉ. प्रेम कुमार शर्मा, एसडीओ लल्लन शर्मा सहित स्थानीय कई नेता एवं पुजारी उपस्थित रहे। उन्होंने श्रद्धालुओं का उत्साहवर्धन किया और पर्व को शांतिपूर्ण एवं सुव्यवस्थित तरीके से संपन्न कराने का भरोसा दिलाया। सैकड़ों स्वयंसेवक सुरक्षा, सेवा और व्यवस्था के लिए तैनात रहे। श्रद्धालुओं की सुविधा, नदी के किनारे पूजा स्थल की स्वच्छता और अर्घ्य देने की सुचारू व्यवस्था के लिए हर दिशा-निर्देश का पालन कराया गया। सुरक्षा कर्मियों और स्वयंसेवकों की सतत तत्परता ने पर्व को सुरक्षित और आनंदमय बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। बिंदु सरोवर के अलावा सूर्य सरोवर, भिखारीपुर पोखरा, आदित्य नगर पोखरा, चेताईपुर हनुमान मंदिर पोखरा और रेवागीर पोखरा सहित आसपास के क्षेत्रों में भी छठ पर्व की धूम देखने को मिली। लोग सुबह और शाम के समय नदी और पोखरों के किनारे सूर्य देव को अर्घ्य अर्पित करने पहुंचे। छोटे-बड़े सभी श्रद्धालु भक्ति भाव में डूबे नजर आए। छठ पर्व के अवसर पर कई जगहों पर मेलों का आयोजन किया गया। स्थानीय दुकानदारों ने पूजा सामग्री, मिठाइयाँ, छठ व्रत से जुड़ी वस्तुएँ और पारंपरिक व्यंजन अपने स्टॉल पर सजाए। रंग-बिरंगे स्टॉल और भीड़भाड़ ने पूरे क्षेत्र में उत्सव का माहौल बना दिया। सूर्य देव को अर्घ्य देने के साथ-साथ श्रद्धालु छठी मइया के गीत और मंत्रोच्चार सुनकर भाव विभोर हो गए। छोटे-बड़े सभी लोग अपने परिवार और मित्रों के साथ मिलकर भक्ति भाव में डूबे रहे। छठ पर्व का यह आयोजन न केवल धार्मिक दृष्टि से बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण रहा।









