गाजीपुर। सदर तहसील क्षेत्र के तुलसीपुर स्थित दिव्य लोक आश्रम के पास एक बार फिर गंगा कटान का खतरा गहराने लगा है। जानकारी के अनुसार, लगभग दो वर्ष पूर्व सिंचाई विभाग द्वारा लाखों रुपये की लागत से
कटान रोधी कार्य के तहत लगाए गए पत्थर अब गंगा की तेज धारा में बह गए हैं।ग्रामीणों ने बताया कि विभागीय लापरवाही और घटिया निर्माण सामग्री के प्रयोग के कारण ये बोल्डर ज्यादा दिनों तक टिक नहीं पाए। तेज बहाव आने पर पत्थर धारा में समा गए, जिससे गांव के कई घर, खेत और मुख्य सड़क खतरे की जद में आ गए हैं। ग्रामीणों ने प्रशासन पर उपेक्षा का आरोप लगाते हुए कहा कि कार्य के दौरान मानक की अनदेखी की गई थी। “कटान रोधी कार्य में सस्ते और हल्के पत्थर डाले गए थे, जो पहली ही बाढ़ में बह गए,” ग्रामीणों ने कहा। अब गंगा की धार सीधे गांव की तरफ मुड़ने लगी है, जिससे लोगों में दहशत का माहौल है। ग्रामीणों ने मांग की है कि प्रशासन तुरंत स्थलीय निरीक्षण कराकर पुनः मजबूत पत्थरबंदी कराए, ताकि आगे की क्षति रोकी जा सके। साथ ही दोषी ठेकेदार और संबंधित जेई के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। ग्राम प्रधान और स्थानीय प्रतिनिधियों ने भी शासन से अपील की है कि गंगा किनारे बसे तुलसीपुर और आसपास के इलाकों को कटान से बचाने के लिए स्थायी समाधान निकाला जाए, अन्यथा जल्द ही कई परिवार विस्थापन की कगार पर पहुंच जाएंगे।









