गाजीपुर के बड़ी बाग स्थित कांशीराम आवास योजना के आवासीय इलाक़े में भ्रष्टाचार, बिजली की कटौती, सफाई व्यवस्था की कमी और पानी की समस्या लगातार बनी हुई है। इस इलाके में करीब दो हजार आवास हैं, जिनमें अधिकांश गरीब और वंचित समुदाय के लोग रहते हैं।हालांकि, आवास योजना का उद्देश्य शहरी गरीबों को बेहतर जीवन प्रदान करना था, लेकिन वर्तमान में यहाँ बुनियादी सुविधाओं का अभाव है। बिजली बिल का भारी बकाया होने के कारण 13 दिन पहले कॉलोनी की बिजली काट दी गई है, जिससे पानी और दीपावली जैसे त्योहारों के समय भी जीवन प्रभावित हो रहा है।इसके साथ ही, सफाई व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा चुकी है, गलियां जर्जर हैं और खुले नाले स्वच्छता का खतरा पैदा कर रहे हैं। स्थानीय अधिकारीयों की लापरवाही और भ्रष्टाचार के चलते इस इलाके में सफाई की व्यवस्था नहीं है, जिससे रोग और महामारी का खतरा बढ़ गया है।यह समस्या ग्रामीण और शहरी गरीबों के जीवन को बुरी तरह प्रभावित कर रही है, जबकि आवास योजना के तहत आवंटित मकान भ्रष्टाचार, बाहरी लोगों का रहना, और फर्जीवाड़े का भी शिकार हो रहे हैं। कई आवासियों को बिल न भेजे जाने और इन कनेक्शनों का कोई रिकॉर्ड नहीं होने का आरोप लगाया जा रहा है।यह स्थिति विशेष रूप से उस समय गंभीर हो जाती है जब आवासियों को बिजली और पानी दोनों से वंचित कर दिया जाता है, जिससे उनके जीवन की मूलभूत आवश्यकताएं भी पूरी नहीं हो पातीं।नगर पालिका और बिजली विभाग दोनों ही इस समस्या के समाधान के प्रति गंभीर नहीं दिखाई दे रहे हैं, जिसके परिणामस्वरूप आवासीय क्षेत्र क्रमशः जर्जर अवस्था में पहुँच रहा है।यह मामला समाज के कमजोर वर्ग के जीवन यापन की मुश्किलों को उजागर करता है और तत्काल सुधार एवं पुनः व्यवस्था सुनिश्चित करने की मांग कर रहा है।









