रविवार, 9 नवंबर 2025 की सुबह 8 बजे से द्वारका एक्सप्रेसवे के बिजवासन टोल प्लाजा पर टोल वसूली शुरू कर दी गई है। यह प्लाजा देश के अब तक के सबसे महंगे टोल प्लाजाओं में गिना जा रहा है। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) द्वारा निर्धारित नई टोल दरों के अनुसार, हल्के वाहन चालकों को प्रति किलोमीटर 2.19 रुपये और भारी वाहनों को 7.28 रुपये का भुगतान करना होगा।यह लगभग 29 किलोमीटर की अत्याधुनिक सड़क दिल्ली और गुरुग्राम के बीच आवागमन को सुगम बनाएगी, लेकिन साथ ही यात्रियों की जेब ढीली भी होगी। एक सिंगल ट्रीप के लिए हल्के वाहन चालकों को 220 रुपये, जबकि 24 घंटे के भीतर आने-जाने पर यह राशि 330 रुपये तक पहुंच जाएगी। भारी वाहन के लिए शुल्क अपेक्षाकृत अधिक निर्धार्रित है। इसके अतिरिक्त, एक्सप्रेसवे के 20 किलोमीटर के दायरे में रहने वाले स्थानीय निवासियों के लिए मासिक पास (340 रुपये में) की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है, जिससे उन्हें पूरे महीने सड़क का उपयोग करने में राहत मिलेगी।इससे पहले, खेलने के दौरे के टोल प्लाजा पर भी नई दरें लागू कर दी गई हैं, जिससे स्थानीय निवासियों में टोल दरों को लेकर निराशा है। वहीं, दिल्ली-गुरुग्राम एनएच-48 मार्ग से एयरपोर्ट जाने वाले लोगों को अब टोल से मुक्त किया गया है क्योंकि एयरपोर्ट के पास स्थित टोल प्लाजा को बंद कर दिया गया है।महंगे टोल के पीछे एनएचएआई का कहना है कि इससे सड़क का रख-रखाव बेहतर होगा और यातायात प्रबंधन में सुधार होगा। हालांकि, स्थानीय लोगों का कहना है कि यह बढ़ी हुई दरें उनके लिए अन्यायपूर्ण हैं और सरकार से टोल हटाने की मांग कर रहे हैं।टोल प्रणाली आधुनिक फ्री फ्लो टोलिंग सिस्टम पर आधारित है, जिसमें वाहन बिना रुके फास्टैग या नंबर प्लेट के आधार पर टोल कट जाएगा, जिससे यात्रा में सहजता बनी रहेगी।इस नए टोल प्लाजा से दिल्ली-गुरुग्राम के बीच यात्रा अधिक सुविधाजनक तो होगी, पर उच्च लागत यात्रियों के लिए एक बड़ी चुनौती बना रहेगा।









