वाराणसी। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) के अध्ययन केंद्र-2708, उदय प्रताप कॉलेज के तत्वावधान में रविवार को जुलाई सत्र 2025 के नवप्रवेशी विद्यार्थियों के लिए इंडक्शन कार्यक्रम का आयोजन राजर्षि सेमिनार हाल में किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य नवप्रवेशित विद्यार्थियों को इग्नू की शिक्षा प्रणाली, अध्ययन पद्धति और विश्वविद्यालय की सुविधाओं से परिचित कराना था।इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में इग्नू क्षेत्रीय केंद्र वाराणसी के क्षेत्रीय निदेशक प्रो. उपेंद्रनाथ त्रिपाठी उपस्थित रहे, जबकि विशिष्ट अतिथि डॉ. बनमाली सिंह, उप क्षेत्रीय निदेशक, इग्नू क्षेत्रीय केंद्र वाराणसी रहीं। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन और सरस्वती वंदना के साथ हुआ, जिसके बाद अतिथियों का पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया गया।अपने प्रेरक संबोधन में मुख्य अतिथि प्रो. त्रिपाठी ने कहा कि इग्नू आज देश ही नहीं, बल्कि विश्व स्तर पर मुक्त एवं दूरस्थ शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय का उद्देश्य उन विद्यार्थियों तक गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पहुँचाना है, जो किसी कारणवश नियमित शिक्षा से वंचित रह जाते हैं। उन्होंने इग्नू की डिजिटल लर्निंग प्रणाली, स्व-गति से पूर्ण होने वाले ऑनलाइन पाठ्यक्रम, फेसबुक और यूट्यूब पर उपलब्ध शिक्षण सामग्री, जी-सैट चैनलों पर प्रसारित शिक्षाप्रसार कार्यक्रम, रोजगारपरक पाठ्यक्रम ढांचे, क्रेडिट ट्रांसफर प्रणाली तथा प्रवेश प्रक्रिया की पारदर्शिता पर विस्तार से प्रकाश डाला।उन्होंने विद्यार्थियों से संवाद करते हुए अध्ययन सामग्री प्राप्त करने, असाइनमेंट तैयार करने, परीक्षा फार्म भरने और मूल्यांकन प्रणाली से जुड़े प्रश्नों के समाधान भी दिए। विशिष्ट अतिथि डॉ. बनमाली सिंह ने कहा कि इग्नू ने देशभर में छात्रों की सुविधा के लिए आधुनिक शिक्षण व्यवस्था लागू की है, जिससे घर बैठे उच्च शिक्षा प्राप्त करना संभव हुआ है। उन्होंने विद्यार्थियों को अध्ययन में अनुशासन, समय प्रबंधन और सक्रिय भागीदारी अपनाने की प्रेरणा दी।अध्ययन केंद्र के समन्वयक प्रो. संजय कुमार शाही ने अतिथियों का स्वागत करते हुए बताया कि उदय प्रताप कॉलेज में इग्नू अध्ययन केंद्र ने बीते वर्षों में हजारों विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा के अवसर प्रदान किए हैं। उन्होंने केंद्र पर संचालित परामर्श कक्षाओं, सत्रीय कार्यों, परीक्षा व्यवस्था और विद्यार्थियों की सहायता के लिए बनाई गई हेल्प डेस्क की जानकारी साझा की।सहायक समन्वयक प्रो. आर.एस.एस. रघुवंशी ने विद्यार्थियों को अध्ययन केंद्र की विभिन्न सुविधाओं और गतिविधियों से परिचित कराया। उन्होंने कहा कि केंद्र का उद्देश्य विद्यार्थियों को अध्ययन सामग्री के साथ-साथ सकारात्मक शैक्षणिक वातावरण उपलब्ध कराना है।कार्यक्रम की अध्यक्षता कॉलेज के प्राचार्य प्रो. धर्मेंद्र कुमार सिंह ने की। उन्होंने नवप्रवेशी विद्यार्थियों को बधाई देते हुए कहा कि इग्नू जैसी संस्था विद्यार्थी की आत्मनिर्भरता और आत्मअध्ययन की भावना को प्रोत्साहित करती है। उन्होंने सभी विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए नियमित अध्ययन एवं सतत प्रयास को सफलता की कुंजी बताया।कार्यक्रम का संचालन सहायक समन्वयक प्रो. अनिल कुमार सिंह ने किया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन डॉ. मनीष कुमार गुप्ता ने प्रस्तुत किया। इस अवसर पर इग्नू अध्ययन केंद्र के डॉ. डी.डी. सिंह, सहायक समन्वयकगण, सभी प्राध्यापक, कॉलेज के कर्मचारी एवं बड़ी संख्या में नवप्रवेशी विद्यार्थी उपस्थित रहे।कार्यक्रम के अंत में विद्यार्थियों ने भी अपने विचार रखे और इग्नू द्वारा उपलब्ध शैक्षणिक अवसरों के लिए आभार व्यक्त किया। समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ।









