वाराणसी। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के समाजशास्त्र विभाग में गुरुवार को भारत रत्न एवं पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जीवन पर आधारित संक्षिप्त फिल्म का प्रदर्शन किया गया। फिल्म के माध्यम से विद्यार्थियों ने वाजपेयी जी के व्यक्तित्व, संघर्ष और योगदान के उन अनछुए पहलुओं को जाना, जिन्होंने उन्हें भारतीय राजनीति का अमर पुरुष बना दिया। फिल्म प्रदर्शन के उपरांत विभागाध्यक्ष प्रो. अमिता सिंह ने कहा कि अटल जी एक प्रखर वक्ता, कुशल कवि, पत्रकार और सच्चे जननेता थे। उन्होंने विद्यार्थियों को बताया कि वर्ष 1957 में अटल बिहारी वाजपेयी पहली बार बलरामपुर लोकसभा क्षेत्र से जनसंघ के प्रत्याशी के रूप में संसद पहुंचे। 1975 में आपातकाल लागू होने पर उन्होंने 18 माह जेल में रहकर लोकतंत्र की रक्षा का संकल्प निभाया। 1977 में नई दिल्ली लोकसभा सीट से विजय प्राप्त कर उन्होंने जनता पार्टी सरकार में विदेश मंत्री के रूप में देश का गौरव बढ़ाया।प्रो. सिंह ने कहा कि अटल जी का जीवन राजनीतिक आदर्श, नैतिकता और जनसेवा की मिसाल है। उनके कार्यों और विचारों से आज की युवा पीढ़ी को प्रेरणा लेने की आवश्यकता है। इस अवसर पर क्रीड़ा परिषद उपाध्यक्ष प्रो. ब्रजेश कुमार सिंह, समाज विज्ञान संकाय की अध्यक्ष प्रो. रेखा, पर्यटन अध्ययन संस्थान की निदेशक प्रो. भारती रस्तोगी, प्रो. तेज बहादुर सिंह, डॉ. दिनेश सिंह कुशवाहा, डॉ. कृष्ण मोहन द्विवेदी, डॉ. पीयूष कुमार श्रीवास्तव, डॉ. चंद्रशेखर, डॉ. संजय सोनकर सहित अनेक प्राध्यापक एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।









